भोर से भी पहले मने उसको
नींदों में उठते देखा है
हाँ मैंने उसको खुद को समझाते देखा है
नींदों में उठते देखा है
हाँ मैंने उसको खुद को समझाते देखा है
हाथों को मैंने उसके
दो से चार होते देखा है,
सुबह सवेरे मैंने उसको
भिखरे बालों में घर से बहार जाते देखा है
हाँ मैंने उसको खुद को समझाते देखा है ।
दो से चार होते देखा है,
सुबह सवेरे मैंने उसको
भिखरे बालों में घर से बहार जाते देखा है
हाँ मैंने उसको खुद को समझाते देखा है ।
श्रृंगार के नाम पर सिर्फ
होंठों पे मुस्कान लाते देखा है
बच्चों की खुशियों में उसको
होते निसार देखा है,
हाँ मैंने उसको खुद को समझाते देखा है ।
होंठों पे मुस्कान लाते देखा है
बच्चों की खुशियों में उसको
होते निसार देखा है,
हाँ मैंने उसको खुद को समझाते देखा है ।
दिनभर दौड़ धूप कर सांझ को
थक कर चूर होते देखा है,
बहा पसीना मेहनत कर
पैसे चार लाते देखा है,
हाँ मैंने उसको खुद को समझाते देखा है
थक कर चूर होते देखा है,
बहा पसीना मेहनत कर
पैसे चार लाते देखा है,
हाँ मैंने उसको खुद को समझाते देखा है
-कुमार
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