मेरी जिंदगी में आने का शुक्रिया
मेरा साथ निभाने का शुक्रिया
मेरे बेरंग हो चुके ख्वाबों में, रंग भरने का शुक्रिया
माफ़ नहीं कर पाया था जिन्हें, उन्हें माफ़ कराने का शुक्रिया
ढेरों दर्द थे दिल में, उन दर्द को मुक्ति दिलाने का शुक्रिया
एक दबी हुई नफरत को, प्यार
में बदलने का शुक्रिया
तन्हाई में कभी कभी उदास हो जाता था मैं
उस उदासी को मुस्कान में बदलने का शुक्रिया
एक मरते अधूरे ख्वाब को
फिर से जिंदगी देने का शुक्रिया
फिर भी मुझे सींचने का शुक्रिया
बदन तो भीगा हर बारिश में
इस बार मेरे दिल को भिगोने का शुक्रिया
रंग सात हैं इन्द्रधनुष में
पर मुझे अपने रंग में रंगने का शुक्रिया
अविराम चलती जिंदगी में
अल्पविराम लगाने का शुक्रिया
जिंदगी भर के लिए ना सही, पर मेरी जिंदगी में आने का
शुक्रिया
दो पल का ही सही, पर मेरा साथ निभाने का शुक्रिया |
-कुमार
-कुमार
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