जो मिलके सितारे बिछुड गए
उसकी ये रात गवाही देती है,
करके तबाही जो निकल गए
उन तूफानों कि गूँज सुनाई देती है |
महलों को वीराना करके चले गए ,
उन लोगों कि आहट सुनाई देती है |
उन लोगों कि आहट सुनाई देती है |
कतरा-कतरा धुंधलाती यादों को
जो याद दिलाकर चले गए ,
उन यादों कि वो बात सुनाई देती है |
आशियाना जो अपना छोड़ गए ,
उन परिदों कि चहचाहट सुनाई देती है |
उन परिदों कि चहचाहट सुनाई देती है |
अपना बनाकर जो छोड़ गए ,
उन बेगानों कि तस्वीर दिखाई देती है |
साथ निभाकर कुछ पल का
जो तन्हा करके चले गए ,
साथ मे बीते उन लम्हों की
साथ मे बीते उन लम्हों की
वो हंसी सुनाई देती है |
जो मिलके सितारे बिछुड़ गए
उसकी ये रात गवाही देती है ,
करके तबाही जो निकल गए
उन तूफानों की गूँज सुनाई देती है |
-कुमार
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